कोविड-19 अर्थात कोरोना काल का समय शिक्षकों के साथ साथ विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ही कठिन परीक्षा का दौर रहा जब लॉक डाउन हुआ विद्यालय बंद हो गए तो बच्चों की शिक्षा विद्यालय में पूर्णतः ठप्प हो गई ऐसे में प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने हेतु विशेष प्रयासों की आवश्यकता आन पड़ी छत्तीसगढ़ राज्य शासन ने भी एक वेबसाइट सीजी स्कूल डॉट इन लांच किया जिस पर बच्चों के अध्यापन हेतु कंटेंट अपलोड करने होमवर्क प्रदान करने तथा बच्चों की समस्याओं को ऑनलाइन समाधान कर सुलझाने की तमाम व्यवस्थाएं थी परंतु इंटरनेट की दुनिया से प्राथमिक स्तर के बच्चों का कोई खास सरोकार नहीं था फिर ऑनलाइन कक्षाएं लेने और बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाने की व्यवस्था भी सीजी स्कूल डॉट इन से की गई छोटे बच्चे स्मार्टफोन द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ते भी नहीं थे कारण भी कई थे विशेषकर शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे निम्न मध्यमवर्गीय या गरीब परिवारों से हुआ करते हैं ऐसे में उनके पास अत्याधुनिक स्मार्ट मोबाइल या एंड्रॉयड फोन अथवा लैपटॉप, टेबलेट इत्यादि डिजिटल इक्विपमेंट व डाटा कनेक्टिविटी हेतु 4G वाईफाई डोंगल अथवा 4G फोन की अनुपलब्धता भी एक बड़ा कारण बनकर सामने आया जब सारी समस्याओं के बीच बच्चों को पढ़ाना बहुत ही कठिन हो चुका था उस बीच शिक्षक को अध्यापन कार्य कराने हेतु कोई विकल्प ही नहीं सूझ पड़ता था तब मैंने बड़ी कठिनाई से बच्चों को शिक्षा से जोड़ने हेतु एक यूट्यूब चैनल "नवाचार" में वीडियो अपलोड करने शुरू किए सामान्यतः जब हम ऑनलाइन कक्षाएं लेते थे तो बच्चों को यह समस्या हुआ करती थी की नेटवर्क की गड़बड़ी के कारण या तो आवाज स्पष्ट नहीं हो पाता था या फिर वीडियो ऐसे में प्रारंभिक स्तर के बच्चों को रोचक गतिविधि आधारित वीडियोस प्रस्तुत करने हेतु मेरा चैनल नवाचार इन मायनों में काफी कारगर रहा लिंक 👉 "नवाचार "YOU TUBE CHANNEL
1 यूट्यूब चैनल पर आकर्षक वीडियोस जो अपलोड किए जाते थे वह बच्चे कभी भी एक्सेस कर सकते थे अपनी समय अपनी सुविधा के अनुसार
2 यद्यपि मैं प्रोफेशनल यूट्यूबर तो नहीं पर इतना तो ज्ञात रहता है कि बच्चे किसी कंटेंट को किस तरह देखना व सुनना पसंद करते हैं इस पर मैंने जी तोड़ मेहनत की और बच्चों के पसंद मुताबिक वीडियोस बनाने का प्रयास किया
3 एक पीरियड में पढ़ाए जाने वाले कंटेंट को बनाने में कभी-कभी 25 से 27 घंटे अर्थात 4 या 5 दिन भी लग जाया करते थे परंतु 4 मिनट से लेकर 10 मिनट तक के वीडियोस में बच्चों को इतनी सामग्रियां सीखने और जानने हेतु उपलब्ध हो जाती थी कि उन्हें आनंद ही आ जाता था
4 ऑनलाइन कक्षा की तुलना में यूट्यूब वीडियोस इसलिए ज्यादा कारगर हुआ करते कि बच्चे उन्हें कई बार देख सकते थे और अपनी समस्याओं का हल स्वयं कर पाते थे
5 वीडियो स्क्राइबर जैसे सॉफ्टवेयर के प्रयोग से बने वीडियोस जो यूट्यूब में प्रकाशित किए जाते एनीमेटेड व अनूठे होने के कारण बच्चे बार-बार देखना चाहते थे जिसे शौकिया तौर पर देखते हुए भी उन्हें शैक्षिक उपलब्धि हो जाती
6 यूट्यूब वीडियो चैनल में विडियो अपलोड से एक फायदा और भी हुआ था कि इस चैनल पर प्रकाशित एजुकेशनल कंटेंट ना केवल मेरे ही विद्यालय के हमारे बच्चे देख पाते थे अपितु देश के कई विद्यालयों के कई सारे बच्चे जो एजुकेशनल कंटेंट सर्च करते उन्हें हमारा वीडियोस सर्च इंजन से मिल जाता और वह देख लेते थे
7 अथक परिश्रम से लगभग 70 से 75 वीडियोस जब मैंने "नवाचार" चैनल पर अपलोड किए तो मुझे ICT आईसीटी उपकरणों की शिक्षा में विशेष व महती भूमिका का पता चल चुका था जो आगे की एक नई उभरती संभावना है
इसके पश्चात व्हाट्सएप में कक्षा वार ग्रुप बनाकर बच्चों को काम भी देना मैंने प्रारंभ किया जो कुछ ज्यादा सफल नहीं रहा तब मैंने राज्य स्तर के कक्षा 3 , 4 ,व 5 वीं में अध्ययनरत बच्चों का एक व्हाट्सएप समूह बनाया जिसका डिस्क्रिप्शन कुछ इस तरह था " देश के प्रत्येक जिले में एक एक जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना ग्रामीण प्रतिभावान बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर सामाजिक न्याय प्रदान करने हेतु किया गया है इस वर्ष JNV SELECTION TEST FOR CLASS 6 (2021 - 22) हेतु जो बच्चे आवेदन कर रहे हैं उनके साथ ही साथ ऐसे बच्चे जो वर्तमान में कक्षा 3 व 4 में अध्ययनरत हैं व JNV जाने के इच्छुक हैं हेतु टॉपिक वाइज़ ऑनलाइन टेस्ट प्रैक्टिस सेट जारी कर नन्हे परिन्दो की उड़ान हेतु उनके परों मे ऊर्जा भरने के प्रयास (परीक्षा का भय मिटाने , स्पीड बढ़ाने ,मनोबल ऊंचा करने आदि आदि . ...)" इस व्हाट्सएप समूह में मैंने कोविड-19 काल में निम्न कार्य किए
1 जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा जो राष्ट्रीय स्तर की अति महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं में से एक है में बच्चों की क्षमता वृद्धि करने हेतु 2 -2 टॉपिक वाइज ऑनलाइन टेस्ट प्रत्येक सप्ताह रखे
2 बच्चों को ऑनलाइन टेस्ट के अंक तुरंत बताने के साथ-साथ उन्हें मोटिवेशनल वीडियोस भी भेजे गए
3 बच्चों में प्रतिस्पर्धी परीक्षा का भय मिटाने हेतु पढ़ने के तरीके स्वयं इजाद करने हेतु यूट्यूब चैनलों का सहारा लेने व सतत ऑनलाइन टेस्ट देने लगातार प्रयासरत रहा
4 मेरा सदा से यह मानना रहा है कि प्रत्येक बच्चा अद्भुत होनहार व होशियार होता है जब उसे आकलन कर जांच कर प्रोत्साहित किया जाता है वह सफलता की ओर तेजी से अग्रसर होने लगता है कुछ ऐसे ही राज्य स्तर के बच्चे ऑनलाइन टेस्ट प्रैक्टिस सेट पर काम करते हुए आगे बढ़ने लगे
5 बच्चों के उत्साह को देखते हुए मैंने टॉपिक वाइज ऑनलाइन टेस्ट का विस्तार करते हुए गूगल ड्राइव से गणित विषय के संपूर्ण पाठ्यक्रम के ऑनलाइन टेस्ट प्रैक्टिस सेट जारी किए जिस पर बच्चों ने खुशी खुशी कार्य किया
6 मेरे प्रयासों से मैं कुछ ज्यादा संतुष्ट तो नहीं था क्योंकि मुझे सीधे-सीधे बच्चों से सीखने सिखाने या गतिविधि पर काम करने कराने का शुभ अवसर नहीं मिलता था फिर भी मेरे समूह से राज्य के अलग-अलग जिलों से कुल छह बच्चों ने जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की और अभी वे विभिन्न जवाहर नवोदय विद्यालयों में अध्ययनरत है
कोरोना काल के मध्य में ही डॉ सुधीर श्रीवास्तव व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में एक व्हाट्सएप ग्रुप मजेदार मैथ्स नामक बनाया गया इसमें हम सबको विभिन्न कक्षाओं के गणित के विषय वस्तुओं को रोचक तरीके से अध्यापन करने के पाठ योजना बनाने थे जिसमें मैंने ऐकिक नियम पर प्रस्तुति दिया था देखें PDF👉ऐकिक नियम
विद्यालयीन शिक्षा व्यवस्था में पालकों व अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है विशेषकर प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के शिक्षा गुणवत्ता में सुधार अथवा विद्यालय विकास योजना तैयार करने में जन समुदाय की भागीदारी अहम होता है पर ऐसे में क्या करें जब कोरोना की विपत्ति से जूझ रहे देश की विषम परिस्थिति में पालको की मीटिंग आयोजित कर योजना बनाना बहुत ही असंभव था तब मैंने गूगल डॉक की मदद से निम्न डिस्क्रिप्शन के साथ " परम आदरणीय सेवानिवृत्त शिक्षक गण , वरिष्ठ गण मान्य नागरिक ,माननीय सरपंच महोदय ,माननीय अध्यक्ष शाला विकास एवं प्रबंधन समिति ,समस्त गणमान्य सदस्य,गणमान्य ग्राम्यजन, शिक्षक शिक्षिकाएं व उच्चत्तर कक्षाओं मे अध्ययनरत छात्र छात्रा व प्यारे बच्चों !
आपके अपने शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय पड़ीगांव के सम्पूर्ण विकास हेतु अपना अभिमत दें ! और सभी ग्रामवासियों / पड़ीगांव वासियों तक यह LINK जरूर share करें चाहे वो भारत के किसी कोने में हों " लिंक भेज कर हमारे विद्यालय को आधुनिक गुरुकुल बनाने बेहतरीन विद्यालय विकास योजना तैयार किया जिसे इस लिंक के माध्यम से आप देख सकते है
👉 शासकीय बालक प्राथमिक शाला पड़ीगांव विद्यालय विकास योजना
कोरोना काल में मैंने कोविड-19 से संक्रमित होने से बचने व संक्रमण के प्रसार व दुष्प्रभावों को कम करने हेतु टीकाकरण के कार्यों में गांव के सभी शिक्षकों पंचायत प्रतिनिधियों सचिव व स्वास्थ्य अमले के साथ मिलकर एक टीम CABAVCCP का निर्माण निम्न डिस्क्रिप्शन के साथ किया "यह समूह ग्राम पंचायत पड़ीगांव अंतर्गत समस्त ग्रामीण जनों में कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के संबंध में जागरूकता संपूर्ण टीकाकरण व गांव में covid महामारी के समय समय पर आने वाले लहरों पर नियंत्रण हेतु बनाया गया है राज्य शासन केंद्र शासन व स्थानीय प्रशासन के साथ सामंजस्य स्थापित कर हम सब यह दायित्व निष्ठापूर्वक भली-भांति पूर्ण करेंगे।"
CABAVCCP COVID APPROPRIATE BEHAVIOR AND VACCINATION PROGRAMME के अंतर्गत हम सब के समन्ववित प्रयास के फलस्वरूप हमारे प्रयासों से गांव में कोविड-19 संक्रमण नियंत्रित रहा और मेरे जिले रायगढ़ को टीकाकरण में अभूतपूर्व उपलब्धि हुई जो देश में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गौरवशाली रहा
इसी तरह कोविड-19 काल में लगभग 40 ~45 पौधों को जो बच्चों ने लगाए थे सींच कर व देखभाल कर सभी को जीवित रखने में कामयाब भी रहा आज अमरूद सीताफल कटहल सहजन या मुनगा संतरा एवं नींबू के साथ साथ नारियल के पौधे विद्यालय में लहलहा रहे हैं
BABULAL PATEL HM
G BOYS PRIMARY SCHOOL PADIGAON
BLOCK PUSSORE
DT RAIGARH CG
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