" हजारों पेड़ धरती मां के नाम" – पड़िगांव के बच्चों ने वृक्षारोपण कर दिखाया प्रकृति से नाता


"हजारों पेड़ धरती मां के नाम"- पड़िगांव के बच्चों ने वृक्षारोपण कर दिखाया प्रकृति से नाता

                ग्राम पड़िगांव स्थित शासकीय बालक प्राथमिक शाला सह कन्या माध्यमिक शाला  के बच्चों ने हाल ही में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय पहल करते हुए "एक पेड़ मां के नाम" योजना के अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन पवित्र महानदी तट के ग्राम वन में सम्पन्न हुआ, जिसमें विद्यार्थियों के साथ उनके माता-पिता, शिक्षक शिक्षिकाएं,माननीया सरपंच महोदया पंचायत प्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिकगण और औद्योगिक वन विकास निगम लिमिटेड  के अधिकारी भी सम्मिलित हुए।

         पौधारोपण के इस विशेष अवसर पर प्रत्येक बच्चे ने न केवल अपनी मां अपितु धरती मां के प्रति श्रद्धा और प्रकृति के प्रति प्रेम को एक पौधे के माध्यम से अभिव्यक्त किया । कार्यक्रम में उत्साह, सहभागिता और पर्यावरण के प्रति समर्पण की अद्भुत झलक देखने को मिली। देखें यू ट्यूब वीडियो महानदी तट पड़िगांव में वृक्षारोपण

बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त कदम

          विद्यालय के प्रधान पाठक श्री बाबूलाल पटेल ने इस अवसर पर कहा,

        "प्रकृति से जुड़ाव केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रहना चाहिए। जब बच्चे स्वयं पेड़ लगाते हैं, मिट्टी से जुड़ते हैं, तब वे पर्यावरण को वास्तव में समझते और संवारते हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चों के बौद्धिक, मानसिक एवं नैतिक विकास को नई दिशा मिलती है।" उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों को न केवल पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाती हैं, बल्कि उन्हें  प्रकृृृति की जैव विविधता से भी आत्मिक रूप से जोड़ती हैं।

शिक्षक शिक्षिकाओं  की प्रेरणादायक भूमिका

    कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक श्री फणींद्र भोय ने विद्यार्थियों को पर्यावरणीय असंतुलन के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए पेड़ों को संरक्षित करने की महत्ता बताई, वहीं श्रीमती उर्मिला मिंज , श्रीमती सीता गुप्ता  एवं श्रीमती प्रेमी टोप्पो  ने छात्रों को धरती को हरा-भरा रखने व सुंदर बनाने के लिए सतत प्रयास करने का संदेश दिया।

सम्मान और उत्साह का वातावरण

        कार्यक्रम के अंत में, औद्योगिक वन विकास निगम लिमिटेड एवं वन विभाग के अधिकारियों एस डी ओ श्री साहू जी, पी आर ओ श्री चंद्रा जी, सहित ग्राम पंचायत की माननीया सरपंच श्रीमती शशिप्रभा सेठ और अन्य गणमान्य नागरिकों ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें मिठाई और पेन भेंट किए। यह छोटा सा सम्मान बच्चों के लिए बड़ा प्रोत्साहन बनकर उभरा।

एक अनुकरणीय पहल – प्रकृति के प्रति समर्पण

     "एक पेड़ मां के नाम" योजना केवल एक वृक्षारोपण कार्यक्रम नहीं, बल्कि बच्चों के मन में प्रकृति के प्रति प्रेम, जिम्मेदारी और जागरूकता की भावना को साकार रूप देने का सशक्त माध्यम बन गई है। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है, बल्कि विद्यार्थियों में सामाजिक सहभागिता और भावनात्मक संवेदनशीलता भी विकसित हुई है।

        इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि जब बच्चे प्रकृति से जुड़ते हैं, तो आने वाली पीढ़ियाँ हरित भविष्य की ओर एक मजबूत कदम बढ़ाती हैं।


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