पड़िगांव: महानदी के तट पर एक और पर्यावरणीय पहल
पड़िगांव, रायगढ़, [6 जुलाई 2025]: रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखंड का गौरव ग्राम पड़िगांव, पवित्र महानदी (चित्रोत्पला) के तट पर स्थित एक समृद्ध सांस्कृतिक गांव है. यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सामुदायिक प्रयासों के लिए जाना जाता है, विशेषकर पर्यावरणीय संरक्षण के क्षेत्र में व सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए।
वर्ष 2018 में, एक शिक्षक व समाजसेवी बाबूलाल पटेल के विशेष अनुरोध पर, तत्कालीन माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी के निर्देशानुसार, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम लिमिटेड, रायगढ़ द्वारा इस कछार के एक हिस्से में 33,000 सघन पौधे लगाए गए थे. ये पौधे अब एक सुंदर और सघन वन का रूप ले चुके हैं, जो गांव की हरियाली में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
पड़िगांव में प्राचीन काल से चली आ रही मुष्ठी भिक्षा समिति और सनातन धर्म व संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु निर्मित श्री जगन्नाथ सेवा समिति, समस्त नागरिकों के साथ सामंजस्य व समन्वय से वर्ष भर धार्मिक आयोजन कर क्षेत्र को गौरवान्वित करती आ रही है ।
आज, 6 जुलाई 2025 को, हमारे गांव ने महानदी तट पर और सघन वृक्षारोपण सह जैव विविधता संरक्षण एवं संवर्धन की कड़ी को आगे बढ़ाया . 2018 के सफल वृक्षारोपण के बगल में स्थित रिक्त भूमि पर 50,000 पौधों के रोपण (प्रथम चरण) का शुभारंभ किया गया. इस गरिमामय अवसर पर माननीया सरपंच श्रीमती शशिप्रभा सेठ, पंचायत प्रतिनिधिगण, शिक्षक एवं समाजसेवी श्री बाबूलाल पटेल जी, संतोष नायक जी, भेष प्रधान जी, अनुपम सेठ जी, सुधीर भोय जी, लक्ष्मीनारायण धोबा जी, प्रेम जी, मुकेश खम्हारी जी, देवकुमार गुप्ता जी गांव के गणमान्य नागरिक गण, वन विकास निगम लिमिटेड के परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी श्री रविकांत चद्रा जी, सहायक परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी श्री रामनारायण चंद्रा जी , कर्मवीर श्री ठंडाराम प्रधानजी, राधेश्याम गुप्ता जी प्रेमलाल भुईंया जी तथा कर्मवीर माताएं, बहनें और श्रमवीर भाई उपस्थित रहे।
इस पहल के माध्यम से पड़िगांव अपनी प्राकृतिक विरासत को तो समृद्ध कर ही रहा है, साथ ही भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. यह प्रयास छत्तीसगढ़ राज्य शासन की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जिसके लिए गांव के प्रबुद्ध और सम्मानित वरिष्ठ नागरिकों ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय और राज्य शासन के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा और धन्यवाद व्यक्त किया है।


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