योग व मूल्य आधारित नैतिक शिक्षा की आज बहुुुत ही ज्यादा आवश्यकता है , समग्र मानवीय मूल्यों में हो रहे ह्रास को रोकने के लिए भी योग व नैतिक शिक्षा की महत्ता सर्वोपरि है | 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना ने का भी यही उद्ददेश्य है |
बालक प्राथमिक शाला / माध्य शाला / कन्या मा शाला पडिगांव में योगाचार्य श्री रामावतार जी दवारा बहुत ही सुंदर तथा प्रभावकारी तरीके से योग एवं नैतिक शिक्षा का व्याख्यान दिया गया | बच्चों ने पूरे उत्साह व ध्यान के साथ उन्हें सुना तथा अपने जीवन में उतारने का संकल्प भी लिया |
पूरा विडियो देखने हेतु योग शिक्षा पर क्लिक करें
पूरा विडियो देखने हेतु योग शिक्षा पर क्लिक करें

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें